उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी की चाहत रखने वाले लाखों युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 2025 में राज्य की अब तक की सबसे बड़ी रोजगार योजना शुरू करने का ऐलान किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना और फायर सेफ्टी के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाना है। आइए इस योजना की हर बारीकी को विस्तार से समझते हैं।
क्या है योजना?
इस नई योजना के तहत, उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य दो लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देना है। यह योजना अग्निशमन विभाग के माध्यम से चलाई जाएगी, जिसमें युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें फायर सेफ्टी ऑफिसर और अग्नि सुरक्षा कर्मी जैसे पदों पर निजी संस्थानों में तैनात किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद अग्निशमन विभाग ने इस योजना की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली है।
कहां मिलेंगी नौकरियां?
प्रशिक्षित युवाओं को निम्नलिखित स्थानों में रोजगार मिलेगा:
- 100 बेड से अधिक के अस्पतालों में
- 24 मीटर से ऊंची गैर-आवासीय इमारतों में
- 45 मीटर से ऊंची आवासीय इमारतों में
- मॉल्स और मल्टीप्लेक्स में
- 10,000 वर्ग मीटर से बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठानों में
- स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों में
प्रशिक्षण की अवधि और प्रक्रिया
इस योजना के तहत युवाओं को 1 से 4 सप्ताह तक का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद विभाग द्वारा युवाओं को प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा, जो कि रोजगार पाने के लिए अनिवार्य होगा।
योजना के लाभ
- रोजगार सृजन: इस योजना के माध्यम से दो लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।
- आपदा प्रबंधन में मजबूती: प्रशिक्षित अग्नि सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति से राज्य में आपदा प्रबंधन व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी।
- निजी संस्थानों को लाभ: मॉल्स, मल्टीप्लेक्स, अस्पताल आदि में सुरक्षा बढ़ेगी।
- आर्थिक सशक्तिकरण: युवाओं को स्थायी आय का स्रोत मिलेगा।
- स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और जागरूकता: सुरक्षा के क्षेत्र में लोगों में जागरूकता बढ़ेगी।
क्यों है यह योजना खास?
- यह योजना उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपात सेवा अधिनियम–2022 के अंतर्गत लागू की गई है।
- यह देश की पहली ऐसी योजना है जिसके तहत निजी भवनों में अग्नि सुरक्षा अधिकारियों की नियुक्ति अनिवार्य की गई है।
- राज्य सरकार ने 2019 में केंद्र सरकार के मॉडल फायर सर्विस बिल को अपनाकर यह अधिनियम लागू किया।
कौन कर सकता है आवेदन?
- उत्तर प्रदेश राज्य का कोई भी निवासी जो 18 से 35 वर्ष की उम्र के बीच है।
- न्यूनतम 10वीं पास उम्मीदवार भी इस योजना के लिए पात्र हो सकते हैं (निर्भर करता है पद पर)।
- फिजिकल फिटनेस और बेसिक मेडिकल फिटनेस होना जरूरी है।
आवेदन प्रक्रिया
- उम्मीदवार को राज्य अग्निशमन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
- चयनित उम्मीदवारों को प्रशिक्षण केंद्र पर भेजा जाएगा।
- प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाणपत्र मिलेगा।
- इसके बाद विभाग द्वारा निजी संस्थानों में प्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
कितनी होगी सैलरी?
- प्रशिक्षण पूरा करने के बाद युवाओं को ₹15,000 से ₹67,000 तक मासिक वेतन मिलने की संभावना है।
- वेतन का निर्धारण चयनित पद, कार्य क्षेत्र और संस्थान के अनुसार किया जाएगा।
निष्कर्ष
यह योजना न केवल उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर है बल्कि राज्य को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने का माध्यम भी है। यदि आप भी नौकरी की तलाश में हैं और सुरक्षा के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है।
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